Budget 2025 : How the 2025 Central Budget Will Shape India’s Financial Landscape

 

हर साल की तरह, केंद्रीय बजट 2025 को लेकर जनता, उद्योग जगत और अर्थशास्त्रियों की उम्मीदें आसमान छू रही हैं। यह बजट न केवल देश की आर्थिक नीतियों का खाका तैयार करता है, बल्कि यह यह भी तय करता है कि सरकार किस तरह से विकास, रोजगार, और सामाजिक कल्याण के लक्ष्यों को साधेगी। वित्त मंत्री द्वारा पेश किया जाने वाला यह बजट, आगामी वित्तीय वर्ष के लिए सरकार की प्राथमिकताओं और योजनाओं का प्रतिबिंब होगा।



वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को अपना आठवां बजट पेश करेंगी इस आम बजट की तैयारी आखिरी चरण में चल रही है शुक्रवार 24 जनवरी को पारंपरिक हलवा समारोह आयोजित किया गया हलवा समारोह को बजट दस्तावेज को आखिरी रूप देने का आखिरी चरण माना जाता है इसके तहत वित्त मंत्री द्वारा संसद में बजट पेश किए जाने से पहले वित्त मंत्रालय में हलवा बांटा जाता है यह हलवा वित्त मंत्रालय में ही तैयार होता है और यह परंपरा काफी लंबे समय से चली आ रही है लेकिन साल 2022 में कोरोना महामारी के चलते हलवा सेरेमनी को स्थगित कर दिया गया था उस साल हलवा की जगह वित्त मंत्रालय के अधिकारियों और बजट से जुड़े कर्मचारियों के बीच मिठाई बांटी गई थी

बजट को तैयार करने वाले प्रमुख शहरों की बात करें तो इसमें पहला नाम है हिन कांत पांडे काA हिन कांत पांडे 1987 बैच के उड़ीसा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं पांडे के पास वित्त और राजस्व सचिव की अहम जिम्मेदारी है उनका काम काफी चुनौती भरा है क्योंकि एक तरफ उन्हें लोगों को टैक्स में छूट से जुड़ी अपेक्षाओं का ध्यान रखना होगा वहीं दूसरी तरफ उनका फोकस राजस्व जुटाना सुनिश्चित करना होगा खास बात यह है कि तोहन कांत पांडे को बजट से कुछ दिन पहले विभाग का कार्यभार सौंपा गया है इसलिए उनका काम और भी चुनौती भरा रहने वाला है 

पांडे नए इनकम टैक्स कानून से जुड़ा काम भी देख रहे हैं माना जा रहा है कि आगामी बजट में मोदी सरकार नया इनकम टैक्स कानून पेश कर सकती है यह आयकर कानून 1961 वाले एक्ट की जगह ले सकता है बजट की टीम में दूसरा बड़ा नाम अजय सेठ का है अजय सेठ आर्थिक मामले विभाग में सचिव हैं सेठ उस विभाग की कमांड संभालते हैं जो अंतिम बजट दस्तावेज तैयार करता है अजय सेठ 1987 बैच के कर्नाटक कैडर के आईएएस अधिकारी हैं सेठ के पास काफी अहम जिम्मेदारी है आगामी बजट से पहले एक बात की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है व है घटती हुई खपत दरअसल सरकार पर मिडिल क्लास को टैक्स वगैरह में छूट देने को लेकर काफी दबाव बना हुआ है ऐसे में आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ पर देश की आर्थिक ग्रोथ को पटरी पर बनाए रखने की महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी तो है ही दूसरी तरह सरकार की कमाई और खर्च के बीच जो अंतर है उसे भी बैलेंस करने की जिम्मेदारी उनके ऊपर है बजट टीम के प्रमुख चेहरों में से एक हैं 

वही अनंत नागेश्वरण नागेश्वरण भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार हैं नागेश्वरण ने आईआईएम अहमदाबाद से पढ़ाई की है इसके अलावा उन्होंने मैसाचुसेट्स विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की है नागेश्वरण प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के पार्ट टाइम मेंबर के रूप में भी काम कर चुके हैं बजट से पहले आने वाले आर्थिक सर्वेक्षण को तैयार करने में इनकी और इनकी पूरी टीम पर सभी की निगाहें रहेंगीA आर्थिक सर्वेक्षण के जरिए पता चलेगा कि विकास को बढ़ावा देने और अनिश्चितता भरी दुनिया में अपना रास्ता बनाने के लिए भारत किस तरह की रणनीति बनाने वाला है इस बार के आम बजट के दूसरे प्रमुख चेहरों की बात करें तो 1991 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के आईएस अधिकारी मनोज गोविल का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है गोविल व्यय विभाग में शामिल होने से पहले कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय में सचिव थे केंद्र के आर्थिक सहयोग से चलाई जा रही स्कीम्स को चलाने में होने वाले जो खर्च आते हैं उन्हें किस तरह से बांटा जाए कि सरकार की योजनाएं अच्छे से चल सकें और  सरकार के पैसों का ठीक से इस्तेमाल हो यह सुनिश्चित करना इनकी जिम्मेदारी है कुल मिलाकर गोविल के पास सब्सिडीज को तर्क संगत बनाने जैसे प्रमुख काम है बजट के एक और प्रमुख चेहरे की बात करें तो इसमें वित्तीय सेवा विभाग के सचिव एम नागराजू का नाम आता है वित्तीय सेवा विभाग यानी डीएफएस में शामिल होने से पहले नागराजू कोयला विभाग के अतिरिक्त सचिव थे नागराजू 1993 बैच के त्रिपुरा कैडर की आईएस अधिकारी हैं नागराजू को कोल माइनिंग से जुड़े फैसलों को लागू करने का लंबा अनुभव है उन्होंने 115 से ज्यादा कोयला खदानों की नीलामी के साथ प्राइवेट कमर्शियल माइनिंग के जरिए इस क्षेत्र को खोलने का काम किया बजट बनाने के दौरान उनके पास कई अहम जिम्मेदारियां हैं बैंक जरूरतमंदों को कर्ज दें और बैंकों में लोग पैसे जमा करें इसके अलावा फिनटेक को रेगुलेट करना बीमा कवरेज के विस्तार पर जैसे कुछ क्षेत्रों पर उनका फोकस रहेगा वित्तमंत्री की टीम के नए सदस्यों में अरुण चावला का नाम भी शामिल है चावला डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट यानी कि दीपम में सचिव हैं चावला फार्मास्यूटिकल्स विभाग की कमांड संभाल चुके हैं अनीश चावला 1992 बैच के बिहार कैडर के आईएस अधिकारी हैं उनके पास सरकार    के विनिवेश और सरकारी संपत्तियों की बिक्री यानी कि एसेट मोनेटाइजेशन कार्यक्रम में तेजी लाने की जिम्मेदारी है उनके पास आईडीबीआई बैंक के हिस्सेदारी बेचने और सरकारी कंपनियों की संपत्तियों का मूल्य निर्धारण करने का चुनौती भरा काम हमने आपको बजट टीम के बारे में बताया अब दो ऐसे ऐलान के बारे में जान लेते हैं जिनका आगामी बजट में ऐलान देखने को मिल सकता है यह ऐलान आपके बहुत काम के हैं बजट में होने वाले सबसे पहला जो संभावित अनाउंसमेंट है वो होम लोन पर मिलने वाली टैक्स छूट है फिलहाल पुरानी टैक्स व्यवस्था के तहत टैक्स पेयर्स को होम लोन की ईएमआई चुकाने पर टैक्स छूट का लाभ मिलता है इसके तहत होम लोन की रीपेमेंट पर 5 लाख तक और होम लोन के ब्याज पर लाख तक की छूट मिलती है मौजूदा छूट सीमा कई सालों से लागू है जानकारों का कहना है कि यह लिमिट तब पेश की गई थी जब प्रॉपर्टी की कीमतें और लोन की रकम काफी कम हुआ करती थी हालांकि पिछले कुछ सालों में रियल एस्टेट की कीमतों में बहुत तेजी से बढ़ोतरी आई है जिसके चलते आज होम बायर्स के लिए यह लिमिट काफी नहीं है इसके अलावा खबर यह भी है कि सरकार नई टैक्स व्यवस्था में होम लोन को शामिल किए जाने को लेकर भी विचार कर रही है

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